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फैक्ट चेक: किसान आंदोलन के नाम पर सिंगर सिद्धू मुसेवाला के अंतिम अरदास का वीडियो वायरल, जानिए इसकी सच्चाई
- किसान आंदोलन का फेक वीडियो वायरल
- मुसेवाला के अंतिम अरदास का है वीडियो
- यहां जानिए इस वायरल वीडियो की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इस समय पंजाब-हरियाणा में किसान सरकार के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। किसानों के इस आंदोलन से जुड़े कई वीडियोज सामने आते रहते हैं। हालांकि, इस दौरान कई वीडियोज को फर्जी दावे के साथ किसान आंदोलन से जोड़ने की कोशिश की जाती है। ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक सिख युवक को एक मुस्लिम व्यक्ति को पगड़ी पहनाते हुए देखा जा सकता है।
क्या हो रहा है वायरल?
दरअसल, श्याम सुंदर शर्मा नाम के एक फेसबुक यूजर ने 18 फरवरी को एक पोस्ट शेयर किया। इस पोस्ट को शेयर करते हुए यूजर ने कैप्शन में लिखा, "Kisan Andolan, reality. आप खुद इस वीडियो के माध्यम से देखे की कैसे मुसलमानो को नकली सरदार बनाकर नकली किसान तैयार किये जा रहें है और सरदारों को बदनाम किया जा रहा है। यह ही है किसान आंदोलन का असली सच नकली किसान।" इस पोस्ट को सच मानकर कई यूजर्स इसे खूब शेयर कर रहे हैं। लेकिन हमारी जांच में इस वीडियो का दावा गलत साबित हुआ।
कैसे पता चली सच्चाई?
इस वायरल वीडियो की जांच करने पर इसी वीडियो में हमें व्यक्ति के पीछे सरदारियां ट्रस्ट पंजाब नाम का एक पोस्टर दिखा। जिसके बाद हमने इस ट्रस्ट के सोशल मीडिया अकाउंट्स पर वीडियो को सर्च किया। जहां हमें इसी वीडियो से जुड़ी एक पोस्ट मिली। जिसे 12 जून, 2022 को शेयर किया था। इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा गया था, "मूसेवाला की अंतिम अरदास ‘सरदारियाँ ट्रस्ट ने लगाया दस्तारों का लंगर, मुसलमान और हिंदू भाई कहते हमें भी दस्तार सजानी है।" यही वीडियो हमें ट्रस्ट के इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी मिला। इसमें दी गई जानकारी से यह साबित हो गया कि यह वीडियो किसान आंदोलन का नहीं बल्कि सिद्धू मूसेवाला की अंतिम अरदास पर लगाए गए दस्तारों के लंगर का है।
Created On :   19 Feb 2024 1:24 PM GMT